चुनाव लड़ने से भयभीत हैं कांग्रेसी नेता

चुनाव लड़ने से भयभीत हैं कांग्रेसी नेता

चुनाव लड़ने से भयभीत हैं कांग्रेसी नेता: सुधांशु त्रिवेदी

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जयपुर, 12 नवम्बर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता राजस्थान में आकर अभिनव अनुसंधान कर रहे है। कल अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि बड़े नेताओं को चुनाव नहीं लड़ना चाहिए क्योंकि वे चुनाव लड़ने पर अपने क्षेत्र तक ही सीमित हो जाते है तो क्या कांग्रेस की नजर में जनता के बीच जाने वाले बड़े नेता चुनाव लड़कर छोटे हो जाते है।

त्रिवेदी ने कहा कि वास्तव में कांग्रेस के नेता चुनाव लड़ने से भयभीत है। कांग्रेस की परम्परा के अनुसार ही सिंघवी ने यह बयान दिया है क्योंकि वहाँ जनसमर्थन, योग्यता तथा मेहनत के द्वारा बड़े नेता नहीं बनते है। वहाँ तो एक परिवार के समर्थन से ही बड़े नेता बनते है। कांग्रेस में इस प्रकार बैक डोर से नेता बनने वालों की लम्बी सूची है।
रणदीप सुरजेवाला पर निशाना साधते हुए त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बेरोजगार युवकों को भŸाा देने की घोषणा करके उन्हें बख्शीश देने का भाव रखती है, जबकि भारतीय जनता पार्टी युवाओं को क्षमता अनुसार स्वाभिमानपूवर्क स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करवाती है। कांग्रेस पार्टी में कृपा से ही पद प्राप्त किये जाते है, वही भाव वह युवाओं के सन्दर्भ में रखती है। इसलिए क्षमता से रोजगार सृजित किये जाने पर कांग्रेस का ध्यान नहीं रहता।

त्रिवेदी ने कांग्रेस से सवाल किया कि सबसे पहले कांग्रेस यह बताये कि 26,000 शिक्षकों को नियुक्ति से वंचित रखने के पीछे उनका क्या एजेण्डा है। 26,000 युवाओं को रोजगार से वंचित रखने के लिए ऐडी-चोटी का जोर लगाने वाली कांग्रेस पार्टी का मन्तव्य बेरोजगारी का मुद्दा नहीं बल्कि राहुल गाँधी को राजनीतिक बेरोजगारी से मुक्त करवाना है, जो कि सम्भव नहीं दिखता।

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