राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेताओं को आउट-ऑफ-टर्न नौकरी देने पर विचार

राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेताओं को आउट-ऑफ-टर्न नौकरी देने पर विचार

महाराणा प्रताप और गुरु वशिष्ठ पुरस्कार समारोह

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता प्रदेश के खिलाड़ियों को सरकारी सेवा में आउट-ऑफ-टर्न नौकरी देने पर सरकार विचार कर रही है और आगामी केबिनेट बैठक में इस सम्बंध में प्रस्ताव लाया जाएगा।

श्रीमती राजे एसएमएस स्टेडियम में सोमवार को महाराणा प्रताप और गुरू वशिष्ठ पुरस्कार समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि खेल प्रतियोगिताओं में प्रदेश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को राज्य सरकार पूरा प्रोत्साहन देगी।

खिलाड़ियों के लिए शुरू होगी पेंशन योजना

मुख्यमंत्री ने कहा कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के विशिष्ट श्रेणी एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों के लिए पेंशन योजना प्रारम्भ की जाएगी। उन्होंने कहा कि जनजाति समुदाय की लोक संस्कृति एवं कला के संरक्षण के लिए भी पंचायत, पंचायत समिति तथा जिला स्तर पर राज्यस्तरीय खेल एवं युवा सांस्कृतिक महोत्सवों का आयोजन भी किया जाएगा।

खेलों के लिए लाएंगे व्यापक नीति

श्रीमती राजे ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में खेल सुविधाओं के विस्तार के लिए अगले साल एक व्यापक नीति लाएगी जिससे निजी क्षेत्र में स्पोर्ट्स एकेडमी स्थापित की जा सकें। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए एसएमएस स्टेडियम के हॉकी मैदान में मेडिटेशन सेंटर, एस्ट्रोटर्फ और सिंथेटिक ट्रैनिंग ट्रैक बनाया जाएगा। वहीं चौगान स्टेडियम में भी बास्केटबॉल कोर्ट और इंडोर हॉल का निर्माण करवाया जाएगा।

प्रदेश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों पर गर्व

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे खिलाडियों और प्रशिक्षकों ने दुनियाभर में प्रदेश का नाम रोशन किया है। हमें ऐसी प्रतिभाओं की हौसला अफजाई करनी होगी। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच उन्होंने कहा कि जोश-जज्बे से भरपूर हमारे खिलाड़ियों ने बीते साल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 11 स्वर्ण, 7 रजत और 8 कांस्य पदक जीते हैं। राष्ट्रीय स्तर पर भी हमें भरपूर कामयाबी के साथ 33 स्वर्ण, 36 रजत और 31 कास्य पदक मिले हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के खिलाड़ी इसी तरह नाम रोशन करते रहें, इसके लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

श्रीमती राजे ने कहा कि बास्केटबॉल, हॉकी और फुटबॉल के खिलाड़ियों को विदेशी प्रशिक्षकों से प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। साथ ही क्रीड़ा परिषद में 205 अल्पकालिक प्रशिक्षक नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार देने के अलावा निशुल्क और रियायती दर पर मकान और भूखण्ड आवंटित किए जा रहे हैं। वहीं अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेताओं को निशुल्क यात्रा की सुविधा भी दी जा रही है।

प्रतिभाओं का किया सम्मान

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 41 खिलाड़ियों को महाराणा प्रताप अवार्ड, 13 प्रशिक्षकों को गुरु वशिष्ठ सम्मान और 41 नवोदित खिलाड़ियों को राइजिंग स्टार अवार्ड से सम्मानित किया। श्रीमती राजे ने क्रिकेटर श्री पंकज सिंह, पैरालम्पिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता श्री देवेन्द्र झांझड़िया, अर्जुन पुरस्कार विजेता श्री रजत चौहान तथा पैराएथलीट श्री संदीप सिंह मान को अवार्ड ऑफ एक्सीलेंस से सम्मानित किया।

खेल सुविधाओं का किया लोकार्पण-शिलान्यास

मुख्यमंत्री ने एसएमएस स्टेडियम में बास्केटबॉल एरिना एवं सिंथेटिक रनिंग ट्रैक के पहले चरण तथा क्रिकेट एरिना का लोकार्पण किया। उन्होंने टेनिस एरिना और बैडमिंटन इंडोर हॉल का शिलान्यास भी किया।

समारोह में खेल मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि आने वाले समय में एसएमएस स्टेडियम देश का सर्वश्रेष्ठ स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स बन कर उभरेगा। उन्हांने कहा कि जगतपुरा शूटिंग रेंज को भी विश्वस्तरीय बनाने पर काम शुरू कर दिया गया है। उन्हांने कहा कि प्रदेश में खेल सुविधाओं के विकास के लिए बीते साढ़े तीन वर्ष में 331 करोड़ रुपए दिए गए हैं।

इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री अरुण चतुर्वेदी, सांसद श्री रामचरण वोहरा, विधायक श्री मोहनलाल गुप्ता, अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी संघ के अध्यक्ष श्री जनार्दन सिंह गहलोत और खेल विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री जेसी महांति सहित बड़ी संख्या में प्रदेशभर से आए खिलाड़ी, खेल प्रशिक्षक और उनके परिजन मौजूद थे।

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